SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल
जगदलपुर/जन्माष्टमी के पावन उपलक्ष में पंजाब सनातन धर्म सभा पंजाब सनातन महिला सत्संग समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस श्रीधाम वृंदावन से पधारी गुरु मां श्री ध्यानमूर्ति जी महाराज ने बताया कि अधर्म के नाश के लिए संत पुरुषों गौ ब्राह्मणों की रक्षा और धर्म की स्थापना के लिए प्रभु अवतार लेते हैं आज कथा के शुभारंभ में अजामिल उपाख्यान की कथा श्रवण कराई कि किस प्रकार एक वैश्या के कुसंग से भक्त ब्राह्मण अजामिल डाकू अजामिल बन गया और अंत में संत कृपा से मोक्ष को प्राप्त किया इसके बाद भक्त प्रह्लाद की कथा सुनाई राक्षस कुल मैं जन्मे प्रह्लाद ने मां गर्व में मिले संस्कारों से पिता के विरोध केबाद भी प्रभु भक्ति को नही छोड़ा और प्रभु के परम पद को प्राप्त किया गजेंद्र मोक्ष समुद्र मंथन की कथा के बाद सूर्य वंश का वर्णन श्री राम जन्मोत्सव की कथा और उसके बाद चंद्र वंश का वर्णन और प्रभु कृष्ण के जन्मोत्सव की कथा श्रवण कराई बधाइयों का आनंद सभी भक्तो ने नाचकर झूमकर प्राप्त किया