SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल
जगदलपुर/डांस प्रोग्राम में नियमों को ताक पर रख कर डांस प्रोग्राम जिसके जज थे धर्मेश येलांडे इसी प्रोग्राम में सुप्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रात साढ़े ग्यारह बजे के बाद भी लाउड स्पीकर चलाता रहा और शासन प्रशासन मौन रहा।
जबकि 8 फरवरी को बस्तर कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिया था की रात दस बजे के बाद किसी भी प्रकार के धवनी विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा बावजूद इसके दस बजे के बाद भी आयोजकों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया,और बजाते रहे साढ़े ग्यारह के बाद भी लाउड स्पीकर।
बोर्ड परीक्षा सामने होने के बावजूद भी इस कार्यक्रम को अनुमति दी गई। इस मामले में विपक्ष भी मौन है जब सभी जानते है की परीक्षा का समय है सभी बच्चे पढ़ाई में व्यस्त हैं उसके बावजूद सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों को धत्ता बताते हुए ये प्रोग्राम रात ग्यारह बजे के बाद भी जारी रहा। कौन है इसका जिम्मेदार शासन प्रशासन या कोई राजनीतिक दल। क्या इस पर तत्काल रूप से कार्यवाही नहीं होनी चाहिए थी,किसके इशारे में इस कार्यक्रम को चालू रखा गया दस बजे के बाद भी। इस पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए दोषियों पर जिन्होंने नियम तोड़े और कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं किया ताकि भविष्य में इस प्रकार से आगे कोई आदेशों की अवहेलना ना कर पाए।