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आशीष तिवारी

रायपुर राजस्व निरीक्षक मंडल-12 द्वारा मनमानी करने का मामला, जिसकी रजिस्ट्री है ही नही उसे वहां बैठाने का प्रयास किया जा रहा मामला न्यायालय पहुंचा:- लेनदेन का मामला होने की आशंका 

:वर्तमान में जिसके नाम से रजिस्ट्री है उसे ही उसकी जमीन नही दी जा रही है:
:जिसके नाम से रजिस्ट्री है ही नही उसे वहां बैठाने का प्रयास राजस्व निरीक्षक द्वारा किया जा रहा है:

आशीष तिवारी उप-सम्पादक Thewatchmannews.in.रायपुर(छ.ग.)
रायपुर। राजधानी रायपुर के पंडरीतराई में राजस्व निरीक्षक का शासकीय पद में रहते हुए गलत तरीके से जिसकी जमीन की रजिस्ट्री है ही नही उसे वहां बैठाने का प्रयास राजस्व निरीक्षक द्वारा किया जा रहा है।तथा जिसकी जमीन की रजिस्ट्री है उसे ही उसकी जमीन नही दी जा रही है।यह राजस्व विभाग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है।
लेनदेन का मामला होने की आशंका:
जमीन के सीमांकन में जिसके नाम से जमीन की रजिस्ट्री है ही नही उसे ही उस जमीन का कब्जाधारी राजस्व निरीक्षक द्वारा बताया जा रहा है,और कहीं ना कहीं यह पूरा मामला लेनदेन का होने की आशंका भी जताई जा रही है।
मामले में राजस्व निरीक्षक की भूमिका संदिग्ध दिखाई दे रही है:
इस पूरे मामले में राजस्व निरीक्षक की भूमिका संदिग्ध दिखाई दे रही है और कही न कही यह मामला लेनदेन की होने की आशंका भी जता रही है कि जिसके नाम से रजिस्ट्री जमीन है उसे ना देकर उसे दी जा रही है जिसकी जमीन की रजिस्ट्री वहां है ही नही। खसरे में किसी दूसरे को बैठाने का प्रयास राजस्व निरीक्षक द्वारा किया जा रहा है।
इस जमीन के नक्शे पर जो वर्तमान में काबिज नही है जो वर्तमान में कब्जाधारी नही है उसे उस जमीन में बैठाने का प्रयास किया जा रहा है।इससे यह प्रतीत होता है कि कही ना कही राजस्व निरीक्षक की भूमिका लेनदेन के संदेह की सुई पर घूमती दिखाई देती है।क्योंकि राजस्व निरीक्षक का शासकीय पद का दुरूपयोग साफ साफ इस मामले पर दिखाई दे रहा है। राजस्व निरिक्षक द्वारा एक झूठी शिकायत पत्र भी जारी की गई है जिसकी सूचना जिला न्यायाधीश के समक्ष भी भेजी गई है।
देखें शिकायत की कॉपी


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