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आशीष तिवारी

छग संयुक्त अनियमित कर्मचारियों ने 3 साथियों की मृत्यु पर निकाली कैंडल मार्च यात्रा-कहा कि अगर यूपी के हमीरपुर में हुए घटना पर मुख्यमंत्री बघेल मुआवजे की राशि दे सकते हैं तो छग में क्यों नही:-
आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in. रायपुर(छ.ग.)
    *समाजवादी पार्टी ने किया मांगों को लेकर समर्थन*

रायपुर।छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों एवं हड़ताल कर रहे उनके साथियों ने अपने 3 साथियों की मृत्यु उपरांत बूढ़ा तालाब में कैंडल मार्च यात्रा निकाली और अपने दिवंगत 3 साथियों की मृत्यु पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की एवं उनके परिवार और अनियमित कर्मचारियों की व्यथा छत्तीसगढ़ सरकार के सम्मुख रखी।
ज्ञात हो कि कर्मचारी संघ के 3 साथियों की मृत्यु हुई है जिस मामले पर कर्मचारी महासंघ की व्यथा साफ दिखाई देती है।
अनियमित कर्मचारियों की नियमितीकरण को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार क्यों इसका संज्ञान नही ले रही है।महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले जी ने बताया कि उनके परिवार से मुलाकात हुई और मिलने पर पता चला कि कितना व्यथित एक परिवार और कर्मचारी की हो जाती है क्योंकि इनकी नियमितीकरण के मामले पर कोई सुनवाई नही होती और हमारे 3 साथियों की मृत्यु हो चुकी है, लेकिन छत्तीसगढ़ शासन के कान में इस मामले को लेकर जूं तक नही रेंग रही है।
वही दिवंगत साथी ने 3 सुसाइड नोट भी लिखा था इसकी भी जानकारी गढ़पाले जी ने दी है।

      *यूपी हमीरमपुर की घटना पर 50 लाख मुआवजा मुख्यमंत्री देकर आते हैं तो क्या छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों की जान की कीमत कुछ नही है*
सर्वविभागिय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश समन्वयक दैवेभो कर्मचारी संघ के दिनेश शर्मा ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ जनता के साथ धोखा है इन्होंने एक हाथ मे गंगाजल लेकर और मेनिफेस्टो में कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो हम कर्मचारियों की छंटनी नही करेंगे और 10 दिन के भीतर नियमितीकरण कर दी जाएगी,सरकार आएगी तो प्लेसमेंट समाप्त कर दी जाएगी इसके विपरीत सरकार ने लोगों को रोड पर ला दिया है और आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है,तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार है।
दिनेश शर्मा जी ने आगे कहा कि हम सरकार से कहना चाहते हैं कि वो अपना वादा पूरा करें क्योंकि छत्तीसगढ़ की जनता सब देख रही है,और अगर आप अपना किया वादा पूरा नही करेंगे तो 2023 में आपको उखाड़ कर फेंकेंगे यह हमारा वादा है।इनका कहना है कि दिवंगत कर्मचारियों की नियमित अनुकंपा और 50 लाख की अनुदान राशि दी जाने की मांग करते हैं।जब हमीरपुर जाकर 50 लाख की कीमत लगाते हैं तो क्या छत्तीसगढ़िया लोगों के लिए इतना नही कर सकते इसपर सोचना होगा।



महासंघ के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारियों के लिए हम शुरू से ही संघर्षरत रहे हैं और आज हमारे 3 साथियों की मृत्यु पर अत्यंत पीड़ा होती है कि हम अपने कर्मचारी साथियों के लिए कुछ नही कर पा रहे।मुख्यमंत्री बघेल से इनकी माँग है कि दिवंगत साथियों को 50 लाख का मुआवजा एवं पक्की नौकरी दी जाए तथा दिवंगत साथियों को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए।
Thewatchmannews.in. के उप-संपादक पत्रकार आशीष तिवारी ने गोपाल प्रसाद साहू से जब पूछा कि आपकी माँगों को लेकर क्यों सरकार पूरा नही कर रही इसके पीछे कारण क्या है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार को कैंडल मार्च के माध्यम से क्या संदेश देना चाहते हैं इसपर कहा कि यह सरकार की असंवेदनशीलता है और तानाशाही है।
लोकतंत्र में एक कर्मचारी क्या कर सकता है सिर्फ आवेदन,निवेदन और आंदोलन।इन 4 सालों में हमने सब किया और 20 आंदोलन भी इन 4 सालों में किया 72 घंटों तक रोड में बैठकर आंदोलन अनशन किया लेकिन यह असंवेदनशील सरकार है जो हमारी बातों को सुनना ही नही चाहते हैं।
प्रांतीय संयोजक गोपाल साहू ने पूरे मामले को गंभीरता से लेने का निवेदन मुख्यमंत्री बघेल से किया है और नियमितीकरण को लेकर चर्चा पर बुलाये क्योंकि हमारे पास भी कुछ प्लान है जिसमें बजट पर भी कोई समस्या नही आएगी ये हमारी गारंटी है।





इस मामले पर रायपुर से समाजवादी पार्टी भी अनियमित कर्मचारियों के माँगों को लेकर समर्थन पर उतरी है।
कर्मचारी महासंघ की समस्त पदाधिकारी एवं साथियों ने नायाब तहसीलदार विपिन बिहारी पटेल को भी ज्ञापन सौंपा है और माँगों को सरकार तक पहुंचाने का आग्रह किया है।

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