ASHISH TIWARI
आशीष तिवारी
डॉ बालकृष्ण तिवारी सेवानिवृत प्राचार्य को महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार से सम्मानित किया गया:-
आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in.रायपुर (छ.ग.)
रायपुर।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के टिकरापारा न्यू सुभाष नगर निवासी सेवानिवृत प्राचार्य डॉ बालकृष्ण तिवारी जी को महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार से सम्मानित किया गया जो कि छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम द्वारा दिया गया।
महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार के लिए डॉ बालकृष्ण तिवारी जी का चयन वर्ष 2020 में किया गया था लेकिन कोविड काल के चलते यह सम्मान समारोह नही हो पाया था जो 18 जुलाई को छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के बैठक हॉल में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर डॉ साहब ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि वो इस पुरस्कार के लिए गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं,क्योंकि कई वर्षो तक उनके प्रयास कर रचना तथा शोध कार्य के संबंध में उन समस्त परिश्रम का परिणाम आज इससे उन्हे मिला है।
डॉ साहब ने बताया कि उनका शोध कार्य मुख्य रूप से उन बिंदुओं पर है जो प्राचीन कृषि विद्या से संबंधित है और इस प्राचीन विद्या को जोड़ने का प्रयास उन्होनें किया है।
अपने गुरु डॉ. रामनिहाल शर्मा जी को याद कर हुए भावुक:
डॉ तिवारी जी ने अपने वक्तव्य में अपने गुरु स्व. डॉ. रामनिहाल शर्मा जी को याद कर भावुक होते हुए बताया कि वे राष्ट्रीय स्तर के विद्वान थे तथा उनसे बड़ा विद्वान राज्य में कोई नही हो सकता।
डा. बालकृष्ण तिवारी जी को 2022 में छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण पुरस्कार संस्कृत भाषा सम्मान दिया गया था।
छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के 21 प्रकांड विद्वानों में उनका नाम दर्ज है।
इनके अलावा महर्षि वेदव्यास प्राचार्य संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय अडभार पेंड्रा, ऋषि ऋष्यश्रृंग सम्मान डा. संतोष कुमार तिवारी व्याख्याता शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर और माता कौशल्या सम्मान डा. गरिमा ताम्रकार व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बटंग को दिया गया। राज्य स्तरीय पुरस्कार में डा. बालकृष्ण तिवारी, ऋषि ऋष्यश्रृंग सम्मान चंद्रभूषण शुक्ला, माता कौशल्या सम्मान डा. निलम त्रिपाठी, महर्षि वाल्मीकि सम्मान महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय भोपाल, महर्षि वाल्मीकि सम्मान डा. तोयनिधि वैष्णव रायपुर, लोमश कौशल्या सम्मान गीता शर्मा रायपुर ऋषि सम्मान सुदीप्त किशोर पंडा को दिया गया।
इस सम्मान समारोह में संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज जी, योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा जी, खनिज निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन जी, विद्याभूषण शुक्ला जी, संस्कृत विद्यामंडलम के अध्यक्ष डॉ. सुरेश शर्मा जी, सचिव लक्ष्मण साहू जी आदि मौजूद रहे।