Adevertise
Top Stories
छत्तीसगढ
sampatdak
ASHISH TIWARI
आशीष तिवारी

रसोइया संघ द्वारा 300 रु. मानदेय बढ़ाने पर संघ ने भूपेश सरकार का विरोध प्रदर्शन किया, सीएम बघेल का पुतला दहन किया गया:- भूपेश नेतृत्व सरकार पर जमकर नारेबाजी हुई
आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in.रायपुर (छ.ग.)
:संघ द्वारा पुलिस प्रशासन पर पानी पीने की व्यवस्था ना करने की शिकायत सामने आई,तथा बिजली कनेक्शन बंद करने का भी मामला उजागर हुआ:
:कलेक्टर दर की मांग पर अभी तक रसोईया संघ डटा हुआ:
: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दस रुपए वापिस किया:
:प्रर्दशन के दौरान 2 महिलाओं का स्वास्थ्य बिगड़ा:
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना तूता धरना स्थल मैदान पर रसोईया महासंघ का धरना प्रदर्शन अब तक जारी है।
रसोईया संघ का कहना है कि बजट सत्र में मानदेय को 1500 से बढ़ा कर मात्र 300 रु. बढ़ाया गया है,लेकिन महज 300 रू बढ़ाने से किसी प्रकार का भी राहत इन्हें नही मिल रहा क्योंकि इतने महंगाई पर 300 रू. मात्र बढ़ाने पर इनकी समस्या का कोई भी समाधान नजर नही आ रहा है।


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन किया गया, जमकर हुई नारेबाजी:
रसोईया संघ ने इस निर्णय पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन रसोईया संघ द्वारा किया गया,और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई,तथा मुख्यमंत्री को 10 रू की वापसी रसोईया संघ द्वारा की गई है।
सरकार ने इनकी मागों को दरकिनार करते हुए रसोईया संघ को इस हाल में छोड़ दिया है जहां प्रदर्शन करते हुए महिलाएं बेहोश हो गई और बहुतों का स्वास्थ्य भी खराब होता जा रहा है।
पानी और बिजली कि भी जो सही व्यवस्था होनी चहिए थी उसपर भी रात को रोक दिया गया,तथा रात में पीने का पानी तक इनको मुहैया नही कराया गया।
कांकेर की रसोइया संघ की सरिता मानिकपुरी ने कहा कि शिक्षामंत्री को यह तक होश नही कि रसोईयों को कितना मानदेय दिया जाता है। हम 50 विधायकों का सहमति पत्र लेकर घूम रहे है। कवासी लखमा ने भी हमे आश्वशन दिया था कि हम इतना तो देंगे जिसमे रसोईया का जीवन यापन अच्छी तरह से हो सके। हम कितने पीड़ित है ये देखने कोई तो आए।



पखांजूर से रसोईया संघ की महिला ने कहा कि दस रू क्या सरकार हमे चना मुर्रा खाने को दे रही है।एक सिलेंडर भरवाने में भी 1200 रू लगता है,हम बाकी पैसों से क्या करें क्योंकि सब्जी,तेल, किराना समान ले,या बच्चों को किस तरह पढ़ाएं,इस स्थिति में हम अपना घर किस तरह चलाएंगे। वहीं रसोइया संघ बालोद जिले की दुर्गासेन ने कहा कि हम रसोईयों को सरकार कमजोर समझ रही है इसलिए अब हम भी अपनी मांगों को यहां से लेकर ही जाएंगे। दुर्गासेन ने कहा की जब वोट मांगना होता है तो उस वक्त तो घर-घर जाकर वोट मांगते हैं तो यहां आने में क्यों इन्हे शर्म आ रही है।अब चाहे हमे जेल में डाल दे या हम भूखे मर जाएं जबतक हमारी मांग पूरी नही होगी तब तक हम यहां से नही जायेंगे।
रसोईया संघ की सीमा पदमवार ने कहा कि जब हमने दिल खोल कर वोट दे सकते है तो सरकार को हमे देने में क्या आनातानी हो रही है।आज जो भूपेश सरकार ने हमारी परिस्थिति लाई है इतनी कोई भी सरकार नही लाई थी, इन्होंने ने बोला था कि महंगाई जो रहेगी सो रहेगी लेकिन रसोईयों का जो मानदेय है वो मैं बढ़ा के रहूंगा।हम भी चुनाव के समय दिखा देंगे कि हम क्या कर सकते हैं।


प्रदर्शन करते महिलाएं हुई बेहोश तथा बहुतों का स्वास्थ्य खराब होते जा रहा,पुलिस प्रशासन द्वारा पीने का पानी और बिजली काटने की शिकायत सामने आईं:
धरने के दौरान दो महिलाएं भी बेहोश हो गई तथा कई महिलाओं का स्वास्थ्य भी अब प्रभावित होते जा रहा है।काफी देर से जब यह मामला गरमाया तब एंबुलेंस बुलाकर बेहोश हुई महिलाओं की चिकित्सा एंबुलेंस में ही की गई। वहीं संघ का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा रात को पीने का पानी मुहैया कराने कहा गया तो प्रशासन ने साफ मना कर दिया पानी के लिए तथा बिजली भी काट दी गई थी।
धरने में कई जिले से आए रसोइया संघ के हजारों रसोईया माना तूता मैदान में उपस्थित रहे तथा भूपेश बघेल सरकार को जमकर कोसा गया।

You can share this post!

Related Posts
Adevertise