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आशीष तिवारी

रायपुर संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव का आयोजन, भूतपूर्व छात्र तथा छात्रसंघ अध्यक्ष रहे डॉ बालकृष्ण तिवारी का हुआ सम्मान:-
आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in.रायपुर(छ.ग.)
          *5 भूतपुर्व छात्रों का हुआ सम्मान*
*महंत रामसुंदर दास जी, डॉ. बालकृष्ण तिवारी जी, डॉ. सुरेश शर्मा जी, डॉ. संतोष तिवारी जी तथा तोयनिधि वैष्णव जी*
रायपुर। राजधानी रायपुर के संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव का आयोजन संपन्न हुआ जहां छात्र छात्राओं ने रंगारंग प्रस्तुति दी,वहीं वार्षिकोत्सव के दौरान संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय के 5 भूतपूर्व छात्र रहे महंत रामसुंदर दास जी, डॉ.बालकृष्ण तिवारी जी, डॉ.सुरेश शर्मा जी, तोयनिधि  वैष्णव जी,तथा डॉ. संतोष तिवारी जी का सम्मान किया गया।





इन सभी भूतपूर्व छात्रों का समाज में उत्कृष्ट कार्यों, संस्कृत भाषा के प्रति अमूल्य योगदान एवम उपलब्धियों के लिए इनका सम्मान किया गया।

महंत रामसुंदर दास जी जो गौसेवा आयोग के अध्यक्ष हैं, डॉ. बालकृष्ण तिवारी जी जो रायपुर नगर निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सेवानिवृत प्राचार्य संस्कृत महाविद्यालय के छात्र और सन 1973-1974 बैच में छात्रसंघ अध्यक्ष रहे, जिन्हे वर्ष 2022 के राज्योत्सव में राज्य अलंकरण पुरस्कार संस्कृत भाषा सम्मान के लिए नवाजा गया, डॉ, सुरेश शर्मा जी संस्कृत विद्यामंडलम के अध्यक्ष हैं, तोयनिधि वैष्णव जी एवम डॉ. संतोष तिवारी जी जो ज्योतिष विद्या के ख्याति प्राप्त आचार्य हैं, सभी संस्कृत भाषा के प्रकांड विद्वान हैं। इन सभी भूतपूर्व छात्रों का वार्षिकोत्सव में प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
सभी भूतपूर्व छात्रों ने इस सम्मान प्राप्ति पर सब का आभार प्रकट किया है।
इस वार्षिकोत्सव का आयोजन प्रातः 11:30 बजे संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आरंभ हुआ जिसमें रविशंकर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. के एल वर्मा, संस्कृत कॉलेज की प्राचार्या डॉ. राधा पांडे, कॉलेज के सभी अध्यापकगण तथा महाविद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान संस्कृत महाविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा जोरदार रंगारंग प्रस्तुति दी गई जिसमें पारंपरिक नृत्य, गीत, आकषर्ण का केंद्र रहा।
रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केएल वर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि संस्कृत भाषा देवों की भाषा है जिसे संजोकर रखने की जिम्मेदारी हमारी है,एवम संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार पर भी बल देने की आवश्यकता है।
संस्कृत महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. राधा पांडे ने बताया कि संस्कृत कॉलेज में संस्कृत भाषा ज्ञान, कर्मकांड,के अलावा  संस्कृत भाषा के शोध पर भी बल दिया जा रहा है।

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