ASHISH TIWARI
आशीष तिवारी
लोकसभा चुनाव में महासमुंद से लंबे अरसे से सक्रिय कांग्रेस किसान नेता चंद्रशेखर शुक्ला पहली पसंद, मौका मिला तो बाजी पलटने का रखते हैं माद्दा:-
आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in.रायपुर(छ.ग.)
रायपुर/महासमुंद।छत्तीसगढ़ में होने जा रहे लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीना शेष रह गया है। कांग्रेस पार्टी की भले ही वापसी इस बार के विधानसभा चुनाव में ना हुई पाई हो लेकिन पार्टी में कुछ ऐसे नेता अभी भी हैं जिन्हें मौका दिया जाए तो वे बाजी पलटने का माद्दा रखते हैं। इस सूची में मिलनसार किसान नेता तथा प्रदेश संगठन प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला का नाम सबसे आगे है। बता दें कि किसान नेता चंद्रशेखर शुक्ला कांग्रेस के ऐसे नेता के रूप में जाने जाते है जिनका किसानों के हक के लिए लड़ना और संगठन की जिम्मेदारी को संभालने का काम बखूबी किया है।
इस बार के महासमुंद लोकसभा सीट से चंद्रशेखर शुक्ला का नाम लोकसभा उम्मीदवार के लिए सबसे आगे देखा जा रहा है। महासमुंद की जनता भी चंद्रशेखर शुक्ला को एक दमदार प्रत्याशी के रुप में देख रही है, और हो भी क्यों ना,महासमुंद से चंद्रशेखर शुक्ला का गहरा नाता जुड़ा हुआ है, क्योंकि इनका बचपन से ही महासमुंद से वो नाता है जहां वे पले बढ़े हैं और शिक्षा दीक्षा भी ली। पूर्व में भी चंद्रशेखर शुक्ला किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहें हैं और किसानों के हित के लिए सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई भी चंद्रशेखर शुक्ला ने लड़ी है और एक बेहतरीन कार्यकाल का प्रदर्शन किया, तथा प्रभारी संगठन महामंत्री के कार्यकाल में भी संगठन को मजबूत बनाने का कार्य भी किया है, भले ही इस विधानसभा में कांग्रेस की वापसी नही हुई लेकिन, चंद्रशेखर शुक्ला के नेतृत्व में संगठन मजबूत जरूर रहा है। वे किसान नेता के रूप में महासमुंद की जनता के मन में बसे हैं और पहली पसंद भी बताए जा रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में महासमुंद की अधिकतम जीत भी कांग्रेस पार्टी की ही रही है। यहां से शहीद पं.श्री विद्याचरण शुक्ल जी भी 6 बार सांसद रहे और किसान नेता चंद्रशेखर शुक्ला उनके बेहद करीबी भी रहे, उनके कार्यकाल में चंद्रशेखर शुक्ला ने महासमुंद संसदीय क्षेत्र को बेहद अच्छे तरीके से जाना समझा भी है। द वॉचमैन न्यूज से महासमुंद के लोगों से बातचीत में बताया कि जनता चंद्रशेखर शुक्ला को ही सबसे पहले और प्रबल दावेदार के रूप में लोकसभा उम्मीदवार के लिए सबसे अव्वल नंबर पर देख रही हैं। महासमुंद के लोगों से बातचीत के दौरान शहीद विद्याचरण शुक्ल के कार्यकाल को भी याद करते हुए बताया कि उनके द्वारा महासमुंद संसदीय क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया गया लेकिन बाद में पार्टी से नाराजगी के चलते शुक्ल जी दूर हुए लेकिन इसके बाद भी शुक्ल जी ने महासमुंद संसदीय क्षेत्र को छोड़ा नही और चुनाव हारने पार्टी से अलग होने के बाद भी वो इस संसदीय क्षेत्र से जुड़े रहे। बहरहाल अब कांग्रेस पार्टी किसे लोकसभा उम्मीदवार बनाती है ये तो पार्टी ही जाने, क्योंकि राजनीति में अक्सर यही देखा जाता है कि जो योग्य और सही उम्मीदवार हो उन्हे मौका नही मिल पाता और इसी के चलते जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।