काँग्रेस विचारधारा से जुड़े समाजसेवी एवं मैनेजमेंट गुरु राघवेंद्र पांडेय का बयान कहा कि विधानसभा का स्वाभाविक दावेदार हूँ-OBC वर्ग एवं महंत के पुत्र को लेकर मुस्कुराते हुए कहा:-
आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in. रायपुर(छ.ग.)
जांजगीर/चाम्पा। जांजगीर चाम्पा के समाजसेवी एवं काँग्रेस विचारधारा के पंडित राघवेंद्र सरकार पांडेय ने OBC वर्ग तथा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के पुत्र को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पंडित राघवेन्द्र सरकार पांडेय लगभग ढाई दशक से जनसेवा से जुड़े हुए हैं युथ आइकॉन एवं मैनजमेंट गुरु के रूप में जाने जाते हैं। जांजगीर के टीसीएल कॉलेज में 90 के दशक में पंडित राघवेंद्र सरकार पांडेय अध्यक्ष रहे तथा गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में उपाध्यक्ष भी रहे।
श्री पांडेय बिलासपुर बसंत विहार एक आयोजन में शिरकत होने पहुँचे जहां पांडेय जी ने कहा कि प्रदेश का कोई भी व्यक्ति विधानसभा का दावेदार हो सकता है, मैं भी दावेदार हूँ लेकिन इस विधानसभा क्षेत्र में OBC प्रत्याशी ज्यादा सूटेबल है।
श्री पांडेय ने आगे बताया कि जांजगीर चाम्पा क्षेत्र में मैंने कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व किया है जहाँ लोगों का एक विशाल जन सैलाब और प्रेम मिला है। पंडित जी ने कहा कि विधानसभा का मैं भी एक स्वाभाविक दावेदार हूँ लेकिन जिले की राजनीतिक परिस्थिति को देखते हुए जांजगीर-चाम्पा विधानसभा में OBC वर्ग ज्यादा उपयुक्त है।
श्री पांडेय ने बताया कि जांजगीर-चाम्पा महंत परिवार की परंपरागत सीट रही है तथा अगर डॉ. महंत के पुत्र सूरज महंत को जांजगीर-चाम्पा विधानसभा का प्रत्याशी बनाया जाए तो काँग्रेस पार्टी प्रचंड मतों से चुनाव में जीत हासिल करेगी। जांजगीर-चाम्पा लोकसभा तथा नगर पालिका अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और ऐसे में जिला मुख्यालय जांजगीर-चाम्पा में OBC वर्ग को प्रत्याशी बनाना सामाजिक न्याय के अनुसार उचित है।
ब्राम्हणों की स्थिति को लेकर पांडेय जी ने कहा कि भूपेश सरकार की कैबिनेट में रविन्द्र चौबे जैसे कद्दावर नेता हैं तथा राजेन्द्र तिवारी और प्रदीप शर्मा जैसे भूपेश बघेल के सलाहकार हैं जो ब्राम्हण समाज की समस्याओं को सुलझाने में सक्षम हैं।
श्री पांडेय ने अंतिम में कहा कि छात्र जीवन से ही जनसमस्याओं के निराकरणों के लिए काम करते रहा हूँ और आगे भी हमेशा यह काम जारी रखूँगा। काँग्रेस पार्टी भले ही अस्तित्व की लड़ाई जरूर लड़ रही है लेकिन आने वाले चुनाव में काँग्रेस फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार छत्तीसगढ़ में बनाएगी।