आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in.रायपुर(छ.ग.)
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सभा चुनाव के बीच में ही कांग्रेस की गुटबाजी चरम पर है, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव राघवेंद्र पाण्डेय को गोली मारने की धमकी मिली है, जिसका जिक्र उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में किया है।
उनके पोस्ट के बाद जांजगीर-चांपा सहित पूरे छत्तीसगढ़ के राजनीति में सनसनी फैल गई है
पीसीसी सचिव राघवेंद्र पांडेय ने अपने फेसबुक अकाउंट में लिखा है कि
गोली मारकर मेरी हत्या की जा सकती है, मुझे धमकी मिली है, यदि मेरी हत्या हो जाए तो आप लोग मेरी अंतिम संस्कार में जरूर आना आखिरी बार आप सबसे मुलाकात हो जाएगी। हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया में किसी के नाम का उल्लेख तो नहीं किया है लेकिन उनके इस पोस्ट के बाद लोकसभा चुनाव में जांजगीर-चांपा से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ शिव डहरिया के नामांकन रैली के दिन मंच में पीसीसी सचिव राघवेंद्र पांडेय और कांग्रेस जिला अध्यक्ष के बीच हुई बहस की चर्चा जोरों पर है, तथा मामला गंभीर है इसलिए अब सबकी नजरें पुलिस पर और पार्टी पर है कि आगे क्या कार्यवाही होगी ।
सामाजिक पृष्ठभुमि और जमीन से जुड़े नेता है
कांग्रेस नेता राघवेंद्र पांडेय प्रतिष्ठित समाजसेवी के रूप में जाने जाते हैं, आईपीएस व आईएएस अधिकारियों के बीच भी उन्हें सम्मान की नजरों से देखा जाता है। छात्र जीवन व युवा कांग्रेस के राजनीति में आक्रामक नेता रह चुके हैं। उनकी सक्रियता से शहर मे हलचल बढ़ जाती थी, जांजगीर चांपा में सड़क, शिक्षा, बिजली, स्वास्थ्य, पानी, ऐसे अनेक मुद्दों पर उन्होंने जमीन स्तर पर संघर्ष किया है।
विधानसभा के प्रबल दावेदार थे:
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा राघवेंद्र पांडेय के जांजगीर चांपा से विधानसभा चुनाव लड़ने पर विचार भी किया गया था लेकिन एन वक्त पर प्रदेश के बदले समीकरण के कारण प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव पर एआईसीसी द्वारा राघवेन्द्र पाण्डेय को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्रदान की गई है ।