जगदलपुर/रायपुर। प्रदेश की विष्णुदेव सरकार बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे को लेकर पूरी तरह से वचनबद्ध है। प्रदेश में शांति की बयार आये इस हेतु हर तरह के प्रभावी कदम उठाये जा रहे है जो कि अब धरातल पर दिखने लगा है। नक्सल मामले को लेकर राजनीति करने के बजाय इसके निराकरण पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को एनर्जी खर्च करनी चाहिये।
वनमंत्री केदार कश्यप ने जारी बयान में उक्त बातें कहीं। बस्तर में लगातार नक्सलियों के उपर बन रहे दबाव के बीच अब राजनीति भी शुरू हो गई है। एक ओर नक्सलवाद के खात्मे को लेकर भाजपा के मंत्री फ्रंट फुट पर आकर जवानों का हौसला बुलंद कर रहे है तो दूसरी ओर नक्सल मामले को लेकर कांग्रेस कई मुठभेड़ों को फर्जी ठहराते हुए सरकार को घेर रही है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के बयानों के बाद वनमंत्री केदार कश्यप ने तंज कसते हुए कहा कि जिनका खून बहा है वो ही दर्द को समझ सकता है।
नक्सलियों के प़क्ष में राग न अलापे दीपक - केदार
वनमंत्री केदार कश्यप ने दीपक बैज के बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज नक्सल समर्थन में राग अलापना बंद करें। उनको मालूम होना चाहिए किस तरीके से उनके ही कार्यकर्ता, उनके पदाधिकारी लगातार भाजपा नेताओं को धमकी देते रहे हैं। उन्होंने कहा चाहे नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा या पखांजुर क्षेत्र हो, हमारे भाजपा जनप्रतिनिधियों को जान से मारने धमकी दे रहे हैं। और तो और नारायणपुर की घटना जिसमें विक्रम बैस की मौत हुई है। इसके जो दोषी है वे कांग्रेसी कार्यकर्ता रह चुके हैं। एनएसयूआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। *पखांजूर की घटना को न भूलें* श्री केदार ने दीपक बैज को घेरते हुए कहा कि पखांजूर की घटना को ना भूले। स्व.असीम राय जो हमारे नगर पंचायत के अध्यक्ष थे उनको मारने में कांग्रेस के पदाधिकारियों का हाथ रहा है। ये तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जो लगातार जांच पड़ताल कर रही है। जो ऐसे जो दोषी लोग हैं उनको जेल का रास्ता दिखा रही है। कानून से कोई बच नहीं सकता। दीपक बैज आपको शुक्रिया अदा करना चाहिए कि माननीय विष्णुदेव साय जी की सरकार हमारे पूरे क्षेत्र को भय मुक्त बना रही है। *आखिर कब जेब से निकलेगा सबूत - केदार कश्यप* झीरम मामले पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले कांग्रेसी आखिर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर जेब से झीरम का सबूत बाहर निकालने के लिये कब दबाव बनाने वाले है। श्री कश्यप ने कहा कि नक्सल घंटना जिस किसी के परिवार में हुई है उसे ही दर्द पता है। नक्सल मामले में राजनीति करने के बजाय दीपक बैज को बस्तर के दर्द व इतिहास को समझना होगा। नक्सलियों के द्वारा दिये गये दर्द को उन परिवारों के बीच जाकर महसूस करे जिन्होने अपना पुत्र, भाई, बेटा व पति खोया है। केदार कश्यप ने कहां कि आज भाजपा सरकार नक्सलवाद के खात्मे की ओर बढ़ रही है तो कांग्रेस को इसमे भी तकलीफ हो रही है।
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