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SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल




जगदलपुर। बस्तर में मेला-मड़ई हमारी संस्कृति के केंद्र बिन्दु हैं। इनके बिना ग्राम्य जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। हमें ग्रामीणों का आभार मानना चाहिए जिन्होने शताब्दियों पुरानी बस्तर की आदिम संस्कृति के इस प्रमुख अंग को सहेजकर रखा है। संसदीय सचिव व जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने मंगलवार को बिलोरी में आयोजित मेला के दौरान यह बात कही। 




उन्होने कहा कि राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज व बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने उल्लेखनीय योगदान दिया है। इससे पूर्व रेखचंद जैन का सहयोगियों के साथ ग्राम पहुंचने पर परम्परागत तरीके से स्वागत किया गया। उन्होने ग्राम की गुड़ी में जाकर देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना की और समूचे बस्तर अंचल के सुख- समृद्धि, शान्ति व वैभव की कामना की। इस दौरान विधायक जैन के साथ सरपंच उमन बघेल, कोटवार संतो, कुन्नूराम पटेल, बैद्यनाथ सिरहा, पुजारी दीनबंधु, आठ पहरिया जयसिंग, पंच फूलमति नाग, ग्राम सभा अध्यक्ष शोभा, गौरनाथ नाग, सूर्या पाणि, हेमू उपाध्याय, विजय सिंह, कुलदीप भदौरिया, गौरव आयंगर, तुषाल काले समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण पुरुष- महिलाएं, बच्चे मौजूद थे।

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