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SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल



जगदलपुर। भाजयुमो के पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अभिषेक साव (पिंटू) ने कहा कि खेल के क्षेत्र में बस्तर के खिलाड़ियों ने देश विदेश में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है, लेकिन विडम्बना का विषय है, कि बस्तर के खिलाड़ी पर्याप्त संसाधन एवं सुविधाओं के अभाव में यहां अभ्यास करने विवश हैं, जिसके चलते कई बार यहां के खिलाड़ियों को सफलता नहीं मिल पाती।

अपने वक्तव्य में अभिषेक ने कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार गिल्ली-डंडा और पिट्टूल खिलाने में व्यस्त है, लेकिन जिन खेलों के विशेषज्ञ खिलाड़ी यहां मौजूद हैं, उन्हें प्रशिक्षित और पारंगत बनाने को लेकर कोई दिलचस्पी राज्य सरकार की नजर नहीं आ रही है। बस्तर संभाग के तीन जिलों को खेल अकादमियों को सौगात दी गयी, लेकिन संभाग मुख्यालय होने के बावजूद जगदलपुर में एक भी खेल अकादमी का न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। अभिषेक साव ने कहा कि झुनझुना के रूप में केवल तीरंदाजी के लिए यहां प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी, जिसमें अभी तक प्रशिक्षकों की व्यवस्था तक नहीं की गयी। जबकि फुटबॉल, हॉकी और कबड्डी जैसे खेल विधाओं में यहां के खिलाड़ियों ने देश और प्रदेश स्तर पर लोहा मनवाया है। ज्ञात हो कि खेल अकादमी में देशी-विदेशी विशेषज्ञ खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों द्वारा खिलाड़ियों को पारंगत किया जाता है। संभाग मुख्यालय आज तक ऐसा कोई खिलाड़ी और प्रशिक्षक नहीं पहुंचा जो अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी या कोच हो। खेल के मामले में प्रदेश सरकार की गलत नीतियों और उदासीनता के चलते ही यहां के खिलाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं, अन्यथा बस्तर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत है शासन की ओर से उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की।

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