आशीष तिवारी उप-संपादक Thewatchmannews.in.रायपुर(छ.ग.)
:शिक्षा विभाग में पाठक जैसे तानाशाह पत्रबाज़ अधिकारी के रहते मानसिक रूप से टॉर्चर शिक्षक नहीं गढ़ पाएंगे मासूम बच्चों का भविष्य:
पटना । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य इन्तेखाब आलम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि शिक्षकों के समस्याओं पर अब विचार करने का समय नहीं है सरकार को चाहिए कि अब बिना किसी देरी के शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दें और लोकतांत्रिक तरीके से प्रोटेस्ट कर रहे शिक्षकों पर हुए निलंबन आदेश को रद्द करें। इन्होंने अपर मुख्य सचिव केके पाठक पर तंज़ कसते हुए कहा है कि पाठक मुख्यमंत्री नितीश कुमार से भी ऊपर हैं ? जब मुख्यमंत्री महोदय और महागठबंधन के सभी दल शिक्षकों के समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर है तो ऐसे में शिक्षकों के लिए अनर्गल पत्रबाजी करके पाठक क्यों हीरो बनने में लगे हुए हैं।
जब विद्यालयों का निरीक्षण विभिन्न विभागों के निम्न स्तरीय कर्मियों द्वारा ही करवाना है तो शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय सभी कार्यालयों को बंद करने का आदेश भी अपर मुख्य सचिव केके पाठक को जारी कर ही देना चाहिए। रॉबिन हुड की छवि गढ़ने के चक्कर में केके पाठक ने सभी विभागों के कर्मियों को शिक्षा विभाग में निरीक्षण में लगाकर अन्य विभागों के कार्यों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। आलम ने मांग की है कि इस प्रकार के तानाशाह किस्म के अधिकारी को तुरंत शिक्षा विभाग से हटाने की जरूरत है इनके द्वारा लगातार निकाले जाने वाले तुगलकी आदेश से जब शिक्षक ही मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस करते रहेंगे तो फिर ऐसे भयभीत और प्रताड़ित शिक्षक मासूम बच्चों का भविष्य कैसे गढ़ पाएंगे।