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SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल

जगदलपुर(नव संकल्प शिविर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर के जिला स्तरीय नव संकल्प शिविर में बस्तर के प्रभारी मंत्री  कवासी लखमा जी, शहर प्रभारी  डॉ प्रीति नेताम, जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा , संसदीय सचिव/विधायक  रेखचंद जैन, क्रेडा अध्यक्ष  मिथिलेश स्वर्णकार  महापौर सफीरा साहू  की गरिमामय उपस्थिति में पार्टी का ध्वजारोहण किया व महात्मा गांधी के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर राज्य गीत के साथ शिविर सम्पन्न किया गया।

जिला स्तरीय नव संकल्प शिविर में उपस्थित पार्टी के प्रमुख वक्ताओं ने कार्यक्रम के दौरान उदयपुर राजस्थान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा आयोजित नव संकल्प शिविर "भारत जोड़ो" अभियान को विस्तार पूर्वक बताया गया, आगामी आम चुनाव के लिए रणनीतियों के साथ-साथ सभी पदाधिकारियों ने तथा संगठन के मध्य समन्वय के साथ संगठन की मजबूती एवं शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया व अपनी बातें रखी, देश प्रेम और बलिदान की भावना से ओत-प्रोत आजादी के आंदोलन का आधार था सबके लिए न्याय।
करोड़ो कांग्रेसियों ने स्वतंत्रता संग्राम में जेल की अमानवीय यातनाएं सही,व भारत मां की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। सन 1885 से 1947 तक के 62 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद स्वतंत्रता आंदोलन की यह क्रांति भारत की आजादी के रूप में परिणित हुई। न्याय संघर्ष त्याग और बलिदान इस परिपाटी ने आजादी के बाद अगले 70 वर्षों तक भारत की एकता, अखंडता, प्रगति और उन्नति का रास्ता प्रशस्त किया। मौजूदा विभाजनकारी वातावरण में आम जनमानस को धार्मिक व जाति बंटवारे के जाल में उलझा कर चुनावी हित साधने की राजनीतिक चिंतन का विषय है। 
संगठन व जमीनी कांग्रेसी कार्यकर्ता ही पार्टी की असली ताकत है।
सन 1947 में भारत को राजनीतिक आजादी तो हासिल हो गई पर देश के सामने अनगिनत चुनौतियां थी न पर्याप्त अनाज पैदा होता था न उद्योग धंधे थे न सुई तक बनाने के कारखाने थे न स्वास्थ्य सुविधाएं थी न शैक्षणिक संस्थाएं थे न सिंचाई की सुविधा थी न पर्याप्त बिजली का उत्पादन था न यातायात और संचार के साधन थे न देश की सुरक्षा का पूर्ण इंतजाम। देश को सैकड़ों रियासतों की सामंतशाही से मुक्त करा एक सूत्र में पिरोना ही अपने आप में एक बड़ी जिम्मेदारी थी अर्थात भारत की आजादी के साथ उस समय के अविकसित भारत में चुनौतियों का अंबार भी हमें मिला, जिसे कांग्रेस नेतृत्व के दृढ़ संकल्प ने अवसर में तब्दील कर दिया। एक मजबूत शांतिप्रिय समावेशी और प्रगतिशील भारत की बुनियाद रखी।

सन 1980 के दशक में एक बार फिर कांग्रेस ने 21वीं सदी के भारत की नीव रखी, एक तरफ दूरसंचार क्रांति का उदय हुआ तो दूसरी तरफ पंचायती राज और शहरी स्थानीय निकाय संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा देकर सत्ता का विकेंद्रीकरण किया कंप्यूटर व सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति ने आधुनिक भारत के निर्माण में सबसे अहम भूमिका निभाई जिसके सुखद परिणाम आज भी देखने को मिल रहे हैं।

कई प्रकार के षड्यंत्रकारी ताकतों को अधिकार संपन्न भारत, सामाजिक सोहाद्र व समावेशी विकास रास नहीं आया तो दुष्प्रचार का एक कुचक्र रचकर नियोजित रुप से सत्ता अर्जित कर ली पर पिछले आठ वर्षों में जैसे देश की तरक्की, प्रगति, सामाजिक, सौहार्द्र, आकांक्षाओ व अपेक्षाओं को जानबूझकर गहरे अंधकार में ढकेल दिया गया, तो कभी नोटबंदी के नाम पर देश के रोजगार व व्यवसाय पर हमला बोला गया तो कभी मनमानी जीएसटी से छोटे छोटे और मंझले उद्योगों को तालाबंदी की कगार पर ला खड़ा किया, कभी मन माने लॉकडाउन से लाखों करोड़ों देशवासियों को सड़कों पर दर्द बदर की ठोकरें खाने को मजबूर किया तो कभी कोरोना की विभीषिका में सरकार की नाकामी के चलते लाखों लोगों को गंगा मैया और उसके तट भी अहंकारी शासकों को नजर नहीं आए। यही नहीं बीते 8 वर्षों में देश का नौजवान असहनीय बेरोजगारी का दंश झेल रहा है महंगाई की आग ने तो हर व्यक्ति और परिवार को झुलसाकर रख दिया है घर के लिए एक गैस सिलेंडर खरीदना भी सपना हो गया है पेट्रोल-डीजल आटा खाने का तेल, दाल, सब्जी सहित रोजमर्रा के इस्तेमाल की सभी चीजों की आसमान छूती कीमतों ने देशवासियों की जिंदगी दुभर कर दी है बेरोजगारी और महंगाई अब देश के नागरिकों के लिए अभिशाप बन गई है कांग्रेस का मानना है कि जनकल्याण की आर्थिक नीति का सही आधार हो सकता है भारत जैसे तरक्की शील देश में जन्म कल्याण नीतियों से आम जनमानस के लिए रोजगार सृजन व आय के साधन बढ़ाना अनिवार्य स्वाभाविक है भाजपा सरकार द्वारा 70 साल में बनाई गई सरकारी संपत्तियों व अंधाधुन निजीकरण अपने आप में खतरनाक है यह और गंभीर हो जाता है जब भाजपा सरकार पब्लिक सेक्टर कंपनियों को बदनीयति से औने पौने दाम पर अपने चंद व चहेते  पूंजीपति मित्रों को बेच रही है न केवल दलितों, आदिवासीयों, पिछड़ो  का आरक्षण खत्म कर रही है बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था पर कुछ लोगों का एकाधिकार स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस अंधाधुन निजी करण का घोर विरोध करेगी।
कार्यक्रम का संचालन महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमल झज्ज एवं आभार प्रदर्शन जिला कांग्रेस के महामंत्री अनवर खान द्वारा किया गया।

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