SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल
रायपुर/ 75 दिवसीय विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व हरेली अमावस्या से प्रारंभ होकर आश्विन शुक्ल पक्ष के 13वें दिन तक मनाया जाता है। देश के तीन भागों में दशहरे की अलग पहचान है, मैसूर एवं किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) के अलावा छत्तीसगढ़ के बस्तर का दशहरा अपने आप में अनूठा है। वर्तमान में बस्तर के निवासियों द्वारा बस्तर अंचल की प्रमुख आराध्य देवी मां दन्तेश्वरी के सम्मान में श्रद्धापूर्वक दशहरा मनाया जाता है।बस्तर दशहरा यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं सामाजिक समरसता का प्रतीक है। इस पर्व में समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए कार्य निर्धारित है,बस्तर दशहरा हर वर्ष अद्वितीय उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया जाता है। बस्तर दशहरा देखने के लिए देश-विदेश से हजारों पर्यटक हर वर्ष बस्तर आते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को निमंत्रण देने रायपुर आए प्रतिनिधिमंडल में बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष मंगड़ू मांझी, बस्तर दशहरा समिति के सचिव यूके मानकर तथा मांझी- चालकी मेम्बर- मेम्बरीन,पुजारी- सेवादार एवं बस्तर दशहरा समिति के सदस्य मौजूद रहे।