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SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल



जगदलपुर/एनएमडीसी द्वारा प्रस्तावित सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के निर्माण लिए 22 एकड़ जमीन जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराने के बावजूद अब तक मांग पूरी नहीं होने के विरोध में पूर्व भाजपा विधायक संतोष बाफना ने केन्द्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं एनएमडीसी के सीएमडी सुमित देब को पत्र लिखा है।

गौरतलब है कि, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) द्वारा बस्तर जिला मुख्यालय जगदलपुर के समीप नगरनार क्षेत्र में 23 हजार करोड़ की लागत से तीन मिलियन टन उत्पादन क्षमता के इस्पात संयंत्र की स्थापना के लिए जमीन अधिग्रहण व एमओयू पर हस्ताक्षर करने के दौरान ही क्षेत्र के लोगों को बेहतर मेडिकल फैसिलिटी मुहैया कराने के लिए सुपर स्पेशिलिस्ट अस्पताल स्थापित करने की भी बात कही गई थी। किन्तु एनएमडीसी के द्वारा वर्ष 2008 से अब तक बीते 14 वर्षों में अस्पताल बनाने की दिशा में किसी भी प्रकार का कोई खास प्रयास नहीं किया गया। इसकी वजह से आदिवासी अंचल बस्तर संभाग के आम जनमानस को यहॉ की मौजूदा फिसड्डी स्वास्थ्य सुविधा से पलायन करते हुए अपनी निर्भरता ईलाज के लिए विशाखापट्टनम, हैदराबाद, मुम्बई, बैंगलोर जैसे बडे़ शहरों की ओर रूख करना पड़ता है।

बाफना ने पत्र में बताया है कि, नगरनार इस्पात संयंत्र से चार किमी दूर ग्राम कोपागुड़ा में सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का निर्माण करने के लिए प्रशासन के द्वारा 22 एकड़ जमीन चिन्हांकित कर एनएमडीसी को हस्तांतरित भी कर दी गई है। एवं हस्तांतरित जमीन को एनएमडीसी ने घेराबंदी कर सुरक्षित भी कर लिया। किन्तु घोषणा के अनुरूप जमीन मिल जाने के बाद भी आज पर्यन्त यह प्रोजेक्ट अधर में लटका हुआ है। एनएमडीसी बस्तर से लौह अयस्क के माध्यम से राजस्व कमाने के अलावा अपने कर्मचारियों, उनके परिवारों व क्षेत्र के जनमानस के स्वास्थ्य का कितना ख्याल रखती है, यह इस बात से स्पष्ट है है कि, एनएमडीसी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के लिए नींव भी नहीं रख सकी है। मौजूदा स्थिति में नगरनार इस्पात संयंत्र लगभग पूर्ण भी हो चुका है और कुछ ही महीनों में स्टील का उत्पादन भी प्रारंभ हो जायेगा। लेकिन सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का मुद्दा बस्तर के लोगों मंे गहराता जा रहा है। इसका कारण नगरनार इस्पात संयंत्र के विनिवेशीकरण की प्रक्रिया है। और एनएमडीसी द्वारा अस्पताल सहित क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु जो बड़ी घोषणाएं की गई थी उनके क्रियान्वयन को लेकर 14 वर्षों के बाद भी अब तक केवल चर्चाएं ही चल रही हैं। जिस कारण यहॉ की जनता में एनएमडीसी के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
पूर्व विधायक बाफना ने इस्पात संयंत्र के समीप प्रस्तावित जमीन पर सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ नहीं होने पर बस्तर के जनमानस द्वारा विशाल जनआंदोलन खड़ा करने की चेतावनी दी है।

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