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SUBHASH RATTANPAL
सुभाष रतनपाल



छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरी दुनिया को हिला कर रख देने वाले झीरम नरसंहार की घटना से पूरा बस्तर सिंहर गया था 

10 साल पहले आज ही के दिन लाल हुआ था झीरम, वह काला दिन आज भी दिल दिमाग को बेचैन कर देता है
 

जगदलपुर/बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा झीरमघाटी शहीद स्मारक में झीरम नरसंहार की 10वीं बरसी गरिमा व सादगी के साथ शहीद दिवस के रूप में मनाई गई, सर्वप्रथम झीरम हमले में शहीद कद्दावर नेताओं की शहादत को याद कर कांग्रेस परिवार ने छायाचित्र पर माल्यार्पण कर भावभिनी श्रद्धांजलि दी।

कांग्रेस कमेटी के लोकप्रिय जिलाध्यक्ष/ईविप्रा उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने उस हृदय विदारक घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर कहा कि 25 मई 2013 को दिग्गज कांग्रेस नेता परिवर्तन यात्रा के काफिले को लेकर सुकमा से लौट रहे थे उस दौरान एक बड़े घटनाक्रम को अंजाम देने के लिए बड़ी संख्या में माओवादी इस घाटी में घात लगाकर बैठे थे जैसे ही कांग्रेस का काफिला दरभा के झीरम घाटी में पहुंचा उसी दौरान माओवादियों ने घटनाक्रम को अंजाम दिया इस घटना के दौरान कुछ लोग माओवादियों की गोली लगने से घायल हुए थे आज भी उस भयावह घटनाक्रम को याद कर सिहर उठते हैं लगभग 10 साल पहले आज ही के दिन लाल हुआ था झीरम, वो मंजर याद कर होती है सिहरन, छत्तीसगढ़ ही नहीं देश को हिला कर रख दिया था वह घटना है झीरम घाटी की, जहाँ आज ही के दिन ऐसा खूनी खेल खेला गया था जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दिग्गज नेताओं, सुरक्षा जवान और आम लोगों सहित करीब 32 लोगों की शहादत हुई थी उनके त्याग तपस्या व बलिदान को याद कर उनके बताये हुए राह पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी हम उन्हें शत् शत् नमन करते है।

संसदीय सचिव/विधायक रेखचन्द जैन, राजमन वेंजाम ने कहा कि लाल आतंकी ऐसी हिंसा जिसने छत्तीसगढ़ी नहीं देश को हिला कर रख दिया था वह घटना है झीरम घाटी की, जहां आज ही के दिन माओवादियों ने ऐसा खूनी खेल खेला था जिसमें बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा सहित प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दिग्गज नेता अपने प्राणों की आहुति दी थी वह मंजर आज भी दिलो-दिमाग में एक भयावह सीन की तरह बसा हुआ है जब जब उस मंजर को याद किया जाता है तो रूह कांप उठती हैं ऐसा नरसंहार मैंने कभी अपनी जिंदगी में नहीं देखा कांग्रेसी होने के नाते मैं खुद परिवर्तन यात्रा में शामिल था किसकी नजर लगी थी कि एक झटके में कांग्रेस ने अपने सारे कद्दावर नेताओं को खो दिया था विधानसभा की तैयारी में जुटी कांग्रेस का फोकस बस्तर में था यही वजह थी कि प्रदेश में परिवर्तन यात्रा की शुरुआत सुकमा से हो रही थी प्रदेश की सियासत में लम्बे अर्से बाद ऐसा समय आया था जब कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता एक साथ नजर आ रहे थे दिल दहला देने वाली घटना को देख मैं सन्न रह गया कांग्रेस ने उस घटना में बहुत बड़ी कीमत चुकाई जिसकी भरपाई कभी नही हो सकती, प्रदेश के शहीद दिवंगत नेताओं के अधूरे कार्यो को पूरा करना ही कांग्रेस का लक्ष्य है।

रुकमणी कर्मा,सदस्य सत्तार अली,अनवर खान, राजकुमार झा,महादेव नाग सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि झीरम घाटी नरसंहार में शहीद हुए दिवंगत नेताओं के याद में ही शहीद दिवस मनाया जाता हैं आज ही के दिन हमारे बस्तर सहित प्रदेश के कई कद्दावर नेता शहीद हुए थे जिन्होंने पार्टी और प्रदेश के लिए सेवा भाव से राजनीति में प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अपने आप को स्थापित किया था दिवंगत नेताओं ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार की पुनः वापसी के लिए जो मेहनत और परिश्रम किया था जिसकी बदौलत छत्तीसगढ़ में खुशहाली है प्रदेश के दिवंगत नेताओं के त्याग तपस्या और बलिदानों को याद कर जनहित में सेवाभाव की राजनीति कर प्रदेश की अमन शांति व तरक्की के लिए अपना कर्तव्य व दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करे यही उन्हें हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

इस कार्यक्रम में प्रदेश/जिला/ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, सेवादल, युवक कांग्रेस, महिला कांग्रेस,एनएसयूआई सहित अन्य मोर्चा/प्रकोष्ठ/विभाग के अध्यक्ष व पदाधिकारी/समन्वय समिति/सोशल मीडिया के प्रशिक्षित सदस्यों,नगर निगम/त्रि-स्तरीय पंचायत/सहकारिता क्षेत्र के सभी निर्वाचित/मनोनीत जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ कांग्रेसी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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